इस विषय पर अनुसंधान करते हुए हिमाचल के ऐसे बहुत सारे ज़िले और सूबे मिले जिनका नाम बदला गया है। अब यह नाम किस वजह से बदले गए थे ,या पुराने नाम किस संदर्भ में रखे गए थे इसका उल्लेख इस लेख में नहीं है। परंतु आज जिन जगहों को हम जानते हैं , उन्हें हमारे बुज़ुर्ग एक अलग नाम से जानते थे। इसमें पहला नाम है शिमला जिससे पहले सिमला कहा जाता था। ये नाम मेजर केनेडी ने दिया था। जुब्बल को दियोराह कहते थे। जिसे राणा टेक चंद ने दिया था। सुंदर नगर पहले बनेड़ हुआ करता था ।यह नाम गोर सेन ने दिया था।। कुल्लू को पहले कुलूटा बुलाया करते थे। यह नाम बिहंगमणिपाल की देन था। कांगड़ा को लोग दो नामों से जानते थे। पहला था तिृरिगटा और दूसरा नगरोटा।यह नाम देने वाले सुर्मा चंद्रा थे। शिव की नगरी भरमौर को ब्रह्मपुर कहते थे और ये नाम इसे मारूँ वर्मा ने दिया था। बिलासपुर का पुराना नाम बियासपुर था और ये नाम दीप चंद की देन है। नूरपुर को धामरी, नालागढ़ को नाम हुन्दूर और कल्पना का नाम चीनी था।]]>