हिमाचल प्रदेश में स्वाइन फ्लू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।स्वाइन फ्लू कहने को तो सिर्फ़ ख़ासी, जु़खाम और बुखार की बीमारी है लेकिन ये जानलेवा सिद्ध हो सकती है।
स्वाइन फ्लू या और कोई भी बीमारी के होने का पहला कारण है शरीर में रोग प्रति रोधक शक्ती का कम होना है। यूँ तो आज कल बाज़ार में रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाने की कई दवाएँ मौजूद है। लेकिन ये माना जाता है कि शरीर को दवाइयों से ज़्यादा जड़ी बूटियाँ/औषधियाँ स्वस्त रखती है।
औषधियां जिनका इस्तेमाल पुरातन समय से चला आ रहा है और वो आसानी से आपकी ही रसोई में पाई जाति है।
बहुत सारे डॉक्टरों का कहना हैं कि किसी की सुना -सुना या देखा -देखी अपना इलाज स्वयं करना हानिकारक हो सकता है। ऐसे में ये बात सही है कि हमें यूँ ही दवाइयां नहीं खाते रहना चाहिए।
अपनी निर्भरता दवाइयों पर से ख़त्म करके अगर हम अपने रसोईघर की तरफ़ देखें तो उसमें हमें एक ऐसी चीज़ मिलेगी जिसका उपयोग शरीर में हर रोग को भगाने के लिए किया जा सकता है। इसके नियमित इस्तेमाल से शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है, दर्द में आराम मिलता है और हड्डियां भी मज़बूत होती है।
ये बहुत ही उपयोगी जड़ी बूटी है ‘हल्दी’।हिमाचल के बहुत सारे घरों में तो ये ख़ुद ही लगायी जाती है। इससे हम यह कह सकते हैं की हिमाचल में बहुत ही उम्दा क़िस्म की हल्दी मिलती है। प्राचीन काल से ही हेल्दी को एक चमत्कारी द्रव्य माना जाता है।
हल्दी में एंटी बेक्टीरिया और एंटी फंगल तत्व होते हैं। इसमें प्रोटीन ,फ़ाइबर, विटामिन सी, विटामिन के, पोटाशियम ,कैल्शियम, आयरन, मैगनीशियम और जिंक अच्छी मात्रा में पाएँ जाते हैं।
यह कैंसर, गठिया रोग, कॉलेस्ट्रोल को कम करना, डायबिटीज़ को कम करना, वज़न को कंट्रोल करना, पाचन को सही रखना, लीवर की बेहतर सेहत, सौंदर्य को बढ़ाने, शरीर के अनचाहे बाल हटाने, सूर्य की किरणों से हुई टैनिंग हटाने और दाँत का दर्द दूर करने में भी हमारी सहायता करती है।
हल्दी भारतीय खाने के हर एक व्यंजन में इस्तेमाल की जाती है। इसका मतलब कि ये हर एक रसोई में पाई जाती है। भारतीय व्यंजनों में हल्दी डालने की परंपरा बेहद पुरानी है। इसका चलन ऋषियों ने इसकी चमत्कारी फ़ायदे जानने के बाद ही शुरू किया था।
तो सुबह उठते ही पहली चीज़ अगर आप गुनगुने पानी में आधा चम्मच हल्दी पीते हैं तो आप बहुत सारे रोगों से ख़ुद को दूर रख सकते हैं। यह हल्दी का पानी आपको स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखता है।
ना जाने क्यों हम उस वक़्त का इंतज़ार करते हैं जब हमें मजबूर होकर अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है । अगर हम समय रहते ही अपनी सेहत को संभाल ले, तो हम किसी भी बीमारी से ख़ुद को बचा सकते हैं।
अपनी सेहत का ध्यान रखना इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि हमारी सेहत केवल हमारी ही नहीं लेती लेकिन हमारे बच्चों, हमारे परिवार और क़रीबी सभी को इसका फृक पड़ता है।
]]>
Thanks for information